Monday 26 February 2018

Lord Hanuman mantra in hindi || mangal doshi hanuman mantra





श्री हनुमान जी महादेव शिव जी के रूद्र रूप है इसीलिए हनुमान जी को शिव का अवतार माना जाता है। कहते है मंगलवार के दिन हनुमान जी के इन 5 मंत्रो का सही ढंग से उचारण करने से हमारा मंगल दोष भी ख़त्म हो जाता 


गधरोना-  हनुमान जी को हिन्दू धर्म के अनुसार बहुत ही शुभ और लाभकारी मन जाता है और मंगलवार के दीन इनका पूजन करना बहुत ही शुभकारी होता है ।
ऐसे तो मंगलवार को बहुत से देवी देवता की पूजा आराधना की जाती है परंतु सबसे अधिक आज के दिन मंगलवार को हनुमान जी की उपासना की जाती है जिनके आगे स्वयं काल भी नमस्तक हो जाते है कहते है मंगलवार के दिन हनुमान जी के पांच मंत्रो का उच्चारण करने से मंगल दोष भी ख़त्म हो जाता है। अगर आप अपने जीवन के अमंगल कामो को मंगल करने का सभी उपाये कर चुके है । फिर भी कुछ ठीक नहीं हो रहा है ।
तो आइए पंडित गुरुप्रसाद जी से जानते है इन 5 मंत्रों के बारे में जिनका जप करने से आपके सारे अमंगल कार्ये शिद्ध हो जायेंगे।

श्री हनुमान जी की कृपा से दूर हो जाते है मंगल दोष-

ज्योतिशो के अनुसार मनुष्य में मंगल दोष होने से मनुष्य को बहुत सही कठिनाईयो का सामना करना पड़ता है।
मंगल अशुभ होने पर संतान , भूमि ,धन ,विवाह ,पुत्र,  विद्या, रोग आदि कठिनाईयो का सामना करता है यही कारण है कि मंगलवार के दिन दोष सन्ति का विशेष महत्व है।

कैसे करे 5 मंत्रो का जाप-


मंगलवार के दिन शुबह नहाने के बाद सुध वस्त्र पहन कर पूजा के बाद इन 5 मंत्रों का उपचारण करे।

ॐ रुवीर्य समुद्रवाय नमः
ॐ शान्ताय नमः
ॐ तेजसे नमः
ॐ प्रस्त्रात्मने नमः
ॐ शूराय नमः

इन 5 मंत्रों के जाप के बाद हनुमान जी और मंगल देव का धयान कर लाल चंदन लगे लाल फूलो और अक्षत लेकर हनुमान जी के चरणों में अर्पित करे। और हनुमान जी की आरती कर हनुमान जी से मंगल दोष से रक्षा कर की प्राथना करें।

अगर आप भी किसी मानशिक तनाव के कारण परेसान है तो नीची लिखे मंत्र को विधि अनुसार करे-

ॐ श्री गणेशाय नमः
ॐ बर्ह्म मुरारी त्रिपुरन्तिकारी भानु ,शशि, भूमि, बुद्ध सच शुक्र, शनि , राहु, केतवे सर्वे ग्रह शान्ति करा भवन्तु ।।

इस मंत्र का उपचारण हर रोज सुबह सुद्ध हो कर 7 बार करना है इस मंत्र के जप से आपको मन की शांति आवर सभी कार्यो में वर्धि मिलेगी ओर इस मंत्र के जाप से आपका कभी कोई अमंगल नहीं कर सकता।

बोलो जय श्री राम

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